-
एल एन माहेश्वरी परमार्थ न्यास व एलन की संयुक्त पहल पर शिक्षा संबल योजना के बैच का ओरियंटेशन
-
126 विद्यार्थियों का निशुल्क कोचिंग, आवास एवं भोजन के लिए चयन
जनसहभागिता न्यूज । कोटा
एलएन माहेश्वरी परमार्थ न्यास एवं एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के संयुक्त तत्वावधान में शिक्षा संबल योजना के पहले बैच का शुभारंभ व ओरियंटेशन शनिवार को हुआ। ओरियंटेशन में चयनित 126 विद्यार्थी अपने परिजनों के साथ मौजूद रहे। बारां रोड नया नोहरा स्थित एलन सुपथ कैम्पस में हुए कार्यक्रम में इन विद्यार्थियों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। उन्हें शुभकामना पत्र एवं किट बैग प्रदान किए गए।
एलन के निदेशक एवं एलएन माहेश्वरी परमार्थ न्यास के ट्रस्टी डॉ.गोविन्द माहेश्वरी, डॉ. नवीन माहेश्वरी ने विद्यार्थियों व परिजनों का स्वागत कर उन्हें शुभकामना पत्र एवं किट बैग सौंपे। इस अवसर पर न्यास से जुड़े एस के वत्सल, वी के नागर, के जी वैष्णव व पी बी सक्सेना मौजूद रहे।
ट्रस्टी डॉ.गोविन्द माहेश्वरी ने कहा कि कठिनाइयों से घबराना नहीं है, हमें लक्ष्य के प्रति समर्पित होकर प्रयास करना है। एलन का मार्गदर्शन और आपके प्रयास मिलकर एक नई इबारत लिखने की शुरुआत आज हो रही है।
इस अवसर पर न्यास के ट्रस्टी डॉ.नवीन माहेश्वरी ने कहा कि इस प्रकल्प के प्रेरणास्रोत वैकुंठवासी श्री लक्ष्मीनारायण माहेश्वरी हैं, जिन्होनें हमें शिक्षा का महत्व समझाया और परमार्थ में कार्य की सीख दी। इसलिए ट्रस्ट का नाम एलएन माहेश्वरी परमार्थ न्यास रखा गया है। शिक्षा में परमार्थ के उद्देश्य से निर्धन परिवारों की प्रतिभाओं के सपने पूरे करने के लिए शिक्षा संबल योजना प्रारंभ की गई है।
योजना के तहत पहले वर्ष में 126 विद्यार्थियों का चयन किया गया है, जिनमें 81 छात्राएं एवं 45 छात्र हैं। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट की ओर से नीट 2025 की निःशुल्क कोचिंग दी जा रही है। न्यास की ओर से इन विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क भोजन एवं आवास की व्यवस्था की गई है।
ओरियंटेशन सेशन में एलन सिस्टम जाना
शिक्षा संबल योजना के तहत निःशुल्क नीट कोचिंग के लिए चयनित विद्यार्थियों के लिए ओरियंटेशन सेशन भी आयोजित किया गया। बिल्डिंग प्रिंसिपल अमित काबरा ने कैम्पस की व्यवस्थाओं और क्लासेज के बारे में जानकारी दी। विद्यार्थियों व अभिभावकों को एलन की कार्यप्रणाली, एकेडमिक कैलेण्डर, उद्देश्य व स्टडी पैटर्न से अवगत करवाया। अकेडमिक कैलेण्डर के बारे में बताया कि कोर्स कब शुरू होगा, कब समाप्त होगा। टेस्ट और रिवीजन क्लासेज के शेड्युल क्या रहेंगे। विद्यार्थियों से विशेष रूप से कहा गया कि पढ़ाई के दौरान स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें।
यह भी पढे – हाईटेक बनें राजस्थान परिवहन विभाग के उड़नदस्ते
मनरेगा, दिहाड़ी मजदूर के बच्चे भी बनेंगे डॉक्टर
केस-1
कोटा के नजदीक पलायथा निवासी पूजा मेघवाल के पिता सुरेश कुमार एवं मां सावित्री दोनों दूसरे के खेतों में हाळी एवं मनरेगा में मजदूरी करते हैं। पांच सदस्यों का परिवार कच्चे घर में रहता है। पूजा ने सरकारी स्कूल से पढ़ाई करते हुए 10वीं कक्षा में 91.5 एवं 12वीं कक्षा 93 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की है। कोचिंग के लिए कभी सोच नहीं सकती थी, फिर शिक्षा संबल योजना मेरे जैसे विद्यार्थियों के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
केस-2
बिहार के मधेपुरा के खगरिया गांव की कोमल कुमारी का भी सपना पूरा होगा। कोटा में कोचिंग के लिए शिक्षा संबल का सहारा मिला है। परिवार में चार बहन-भाई और माता-पिता हैं। पिता संजय सिंह खेती पर निर्भर किसान हैं। आर्थिक परिस्थितियां विपरीत होने के चलते कभी कोटा आकर कोचिंग करने की कल्पना भी नहीं कर पा रही थी।
केस-3
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर की चेतना ने बताया कि हमें वाट्सअप के जरिए एक मैसेज मिला। पहले तो विश्वास ही नहीं हुआ ऐसा हो सकता है, फिर टीचर्स ने कहा तो एग्जाम दिया। कोटा में पढ़ने का सपना सच हो रहा है। पूरी मेहनत करूंगी। पिता कर्मदेवी किसान हैं और मां फूलमती गृहिणी हैं। दसवीं में 83 और 12वीं में 84.8 प्रतिशत अंक प्राप्त किए।